कौआ के बारे में जानकारी 2021| About Crow In Hindi

दोस्तो आज मैं आप को बताने वाला हु कौवे के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है about crow in hindi। वैसे ये प्राणी बहुत कम लोगो को पसंद है लेकिन फिर भी इसके बारे में जानना जरूरी है। इसलिए मैं आप को crow bird information in hindi इस विषय पर पूरी जानकारी दूंगा। इस प्राणी को भले ही कोई पसंद ना करे लेकिन इसका होना हमारे पर्यावरण के लिए बहुत जरूरी है।

तो चलिए शुरू करते है।

कौआ के बारे में जानकारी | about crow in hindi | crow bird information in hindi

कौआ के बारे में जानकारी 2021| About Crow In Hindi

कौआ एक ऐसा पंछी है जिसे कोई भी पसंद नही करता है क्योंकि किसकी बोली बहुत कठोर होती है। यह जब भी बोलता है तब लोगों को बिलकुल भी पसंद नही आता है।

प्राचीन काल में जब भी किसी के घर के सामने कौआ बोलता था तो लोग सोचते थे आज घर पर कोई मेहमान आने वाला है। लोगो का ऐसा मानना था की कौआ बोलता है तो घर पे मेहमान आते है। वर्तमान समय में भी कुछ लोगो का ऐसा मानना है की ऐसा होता है , और ऐसे सोचने वाले वही लोग है वो प्राचीन काल से ही चले आ रहे है अर्थात हमारे घरों के बुजुर्ग लोग ।

लोग भले ही पूरे साल कौवे को अपने घरों से भागते रहे लेकिन जब पितृ माह आता है तब लोग कौवों को अपने घरों पर बुलाकर खाना खिलाते है।

हमारे देश में जब किसी जानवर की मृत्यु हो जाती है तो उसे ऐसे ही किसी खुले आसन पर फेंक दिया जाता है तब ऐसे में हमारे कौआ बहुत ही अच्छा कार्य करते हैं वह उस जानवर को खाना शुरू कर देते हैं और वह पूरा मांस खाकर खत्म कर देते हैं जिस वजह से आसपास उस जानवर की बदबू नहीं फैलने पाती और हमारा पर्यावरण बहुत सारी गंदगी से बच जाता है।

कौवा और कोयल दोनों ही काले रंग के होते हैं इसलिए कई बार कौवा और कोयल का पहचान कर पाना बहुत ज्यादा मुश्किल हो जाता है कौवा भले ही कोयल जैसा दिखता है लेकिन उसकी आवाज कोयल जितनी मीठी नहीं है इसकी आवाज बहुत कठोर होती है और यह कांव-कांव करता है।

कौवा का घोंसला खुद बनाता है और उसमें अपने अंडे देता है और उन अंडों को पालकर बड़ा करता है और जब उसके बच्चे बड़े हो जाते हैं और खुद खाना खाने लगते हैं तब वह उनको खुले आसमान में उड़ने के लिए छोड़ देता है।

कौवे के दो बहुत ही मजबूत पैर होते हैं जो उसे पेड़ की टहनियों पर बैठने मैं मदद करते हैं और यदि वह किसी जानवर का शिकार कर रहा है तब भी उसके पंजे उसका बहुत मदद करते हैं अपने पंजों की वजह से ही हुआ अपने शिकार को बहुत ही आसानी से पकड़ सकता है।

कौआ के पास एक बहुत ही मजबूत चोंच होती है। जिसकी मदद से वह किसी भी चीज को बहुत ही आसानी से पढ़ कर खा सकते हैं कौवा अपनी चोंच की मदद से ही मांस को बहुत ही आसानी से खा पाते हैं।

कौवे शाकाहारी और मांसाहारी दोनों तरह के प्राणी है क्योंकि यह कभी दाने एवं सब्जियां भी खा लेते हैं लेकिन यदि इन्हें कहीं पर मांस की खुशबू आती है तो यह मांस भी खाने के लिए वहां पर पहुंच जाते हैं।

कौवे के पास एक बहुत ही मजबूत पंख होते हैं जो उसे तेज स्पीड में उड़ने में मदद करता है का बहुत ही तीव्रता के साथ उड़ सकता है क्योंकि उसके पंख उसकी पूरी मदद करते हैं कि वह अधिक से अधिक तीव्र उड़ सके।

कौवे हमेशा झुंड में रहते हैं लेकिन जब वह अपना घर बनाते हैं तब वह अपने झुंड से अलग रहते हैं लेकिन जब उनके बच्चे बड़े हो जाते हैं तो वह पुनः अपने झुंड में वापस आ जाते हैं झुंड में रहते हुए यदि किसी एक कौवे को खतरा महसूस होता है तो वह कांव कांव करके अन्य कौवों को भी उस खतरे के बारे में आगाह कर देता है।

कौवा को बहुत चलाक प्राणी माना जाता है अर्थात यह इतने चालाक होते हैं कि यद्यपि आपके पास खाने की कोई वस्तु पड़ी है तो वह इसे इतनी चालाकी से लेकर चले जाएंगे आपको पता भी नहीं चलेगा और कई बार तो यह कौवे थाली में रखें खाने या रोटी को भी छीन कर भाग जाते हैं।

यह कौवे भी हम मनुष्यों की तरह अपने मादा कौवे की रक्षा करता है जब मादा कौवा बच्चे को पालता रहता है तब नर कौआ उन दोनों की रक्षा करता है ऐसा कहा जा सकता है कि नर और मादा दोनों मिलकर अपने बच्चे को पालते हैं। वह अपने जीवन साथी का साथ कभी भी नहीं छोड़ते वह हमेशा उनके साथ रहते हैं।

कौवा जब अपने घोसले में अपना अंडा दिया रहता है तब कोयल उस अंडे के बदले अपने अंडे को रख देती है क्योंकि कोयल ना घोंसला बनाती है और ना ही अपने घोसले में रहती है वह दूसरे कौवे के घोसले में अपना सभी कार्य करती है इसलिए वह उनके अंडों की जगह अपने अंडे रख देती है। अंडो में समानता होने की वजह से कौवे उन अंडों की पहचान नहीं कर पाते और वह उनको भी पालते रहते हैं।

कौवे की चालाकी और उसकी बुद्धिमत्ता के बारे में हम सभी जानते हैं जैसा हमने बचपन में मैं कहानी पढ़ी थी कि कैसे प्यासे कौवे ने घड़े में कंकड़ डालकर पानी पिया था।

हमेशा कह सकते हैं कि कौवे की वजह से हमारे धरती पर जितने भी जानवर मरते हैं वह सड़ने के बदबू फैलाने से पहले ही हमारे कौवे उनको खाकर साफ कर देते हैं जिस वजह से हमारा पर्यावरण दूषित होने से बच जाता है।

यह एक ऐसा पक्षी है जिसे कोई भी पसंद नहीं करता सिर्फ इसकी आवाज और मांस खाने की वजह से। यह लोगों को परेशान भी बहुत करता है कई लोगों को अपने चोंच से मारता है एवं कई लोगों का खाना छीन कर भाग जाता है।

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निष्कर्ष

दोस्तो अभी हमने आपको इस ब्लॉग में लिखकर बताया about crow in hindi। अगर आपको यह विषय पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यद्यपि आप चाहते हैं कि हम इसी तरह about crow in hindi के अन्य विषय पर भी आपको जानकारी दे तो उसके लिए आप हमें कमेंट कर सकते हैं।

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