दोस्तों आज हम आपको इस ब्लॉग में मुर्गी के बारे में बताने वाले हैं अर्थात आज का हमारा जो विषय है वह है about hen in hindi। मुर्गी को हम सभी जानते हैं क्योंकि हमारे देश में नॉन वेजिटेरियन लोग बहुत है जो मांसाहारी हैं। लेकिन अभी तक मुर्गी के बारे में संपूर्ण जानकारी आपको एक ही ब्लॉग में नहीं मिली होगी इसलिए मैं आज आपको hen information in hindi , information about hen in hindi इन विषयों पर जानकारी दूंगा।
तो चलिए शुरू करते हैं
मुर्गी के बारे में जानकारी | about hen in hindi | hen information in hindi

मुर्गी हमारे देश मैं बहुत अधिक पाई जाती है मुर्गी की प्रजाति पूरे देश भर में फैली हुई है इसलिए लोग मुर्गी के खाने के शौकीन हैं। मुर्गी एक ऐसा पक्षी है जिसके पास तो पंख होते हैं लेकिन वह अधिक ऊंचाई तक उड़ नहीं सकता। वहां अपने पंख की मदद से बस थोड़े ऊपर और थोड़ी दूर तक उड़ सकता है।
मुर्गे को अपने पैर पर चलना बेहद पसंद है इसलिए वह उड़ने से ज्यादा जमीन पर चला करते हैं। मुर्गी की प्रजाति हमारे देश में कई प्रकार की है जैसे बॉयलर और हमारे देश में कुछ लोग देसी और गांव की मुर्गी भी बोलते हैं यह सभी प्रजातियां हमारे देश में प्रसिद्ध है।
मुर्गी का रंग लाल भूरा तथा लाल भूरे का मिक्सर और सफेद रंग की पाई जाती है सफेद रंग में जो मुर्गी होती है उसे हमारे देश में बॉयलर के नाम से जाना जाता है और अन्य कलर के मुर्गियों को हम देसी मुर्गी बोलते हैं।
मुर्गी के पास दो पैर दो पंख होते हैं पैर की मदद से हुआ अपने भोजन को पकड़ती है और पंख के मदद से हुआ अपने आसपास आने वाले किसी भी खतरनाक जानवर से सुरक्षा करती है।
हमारे देश में मुर्गी पालन बहुत तेजी से बढ़ रहा है क्योंकि लोगों को इस व्यापार में मुनाफे दिख रहे हैं। लोग मुर्गी कोपालकर उसके अंडे और मांस का व्यापार कर रहे हैं इस वजह से यह एक व्यापार का भी बहुत बड़ा साधन बन चुका है।
मुर्गी अंडे देती है अंडे में बहुत सारा प्रोटीन और विटामिन मौजूद होता है इस वजह से लोग इसे खाना बेहद पसंद करते हैं और यह एक पालतू पक्षी है जिसे लोग अपने घरों पर भी पाल सकते हैं।
हमारे देश में मुर्गी बहुत सारे लोगों के घर में पाली जाती है क्योंकि लोग बाजार से जाकर खरीदने से अच्छा बचपन में ही उनको खरीद कर उनको खिला पिला कर बड़ा करते हैं और जब उनका मन करता है तब उन्हें को काट कर खा जाते हैं।
मुर्गी के पास एक चोंच होती है जिसके जरिए वह कीड़े मकोड़े और दानों को खाता है मुर्गी के पास दो आंखें होती हैं जो उसको देखने में मदद करती हैं।
मुर्गी हमें सुबह जगाने का भी कार्य किया करते हैं क्योंकि यह सुबह 4:00 बजे ही बोलना शुरू कर देते हैं जिस वजह से आसपास के लोगों को यह अंदाजा हो जाता है कि सुबह हो गई है।
माता को मुर्गी और नर को मुर्गा कहा जाता है। मुर्गे की पहचान उसके सर पर एक कलगी होती है जो लाल रंग की होती है। इस जरिए आप उसको बहुत ही आसानी से पहचान सकते हैं कि कौन सा मुर्गा है और कौन सी मुर्गी।
जब मुर्गी अंडे देने के लिए तैयार हो जाती है तब वह प्रतिदिन एक अंडा अवश्य ही देती है परंतु कभी-कभी वह दो अंडे भी दे देती है जब वह सभी अंडे को दे देती है तब वह उनके ऊपर बैठकर अपने शरीर की गर्मी से उनको देती है तब जाकर उस में से चूजे बाहर निकल आते हैं जिसे हम मुर्गी के बच्चे कहते हैं।
एशिया महाद्वीप में कई स्थानों पर मुर्गा की लड़ाई भी बहुत अधिक पॉपुलर है इस लड़ाई में सामान्य मुर्गा मुर्गी से अधिक बड़े होते हैं यह लड़ाई करने वाले मुर्गे हमारे भारत में भी कई स्थानों पर यह बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है। लोग अपने मुर्गी के ऊपर पैसे का दाव लगाते हैं और जिसका मुर्गा जीता है उसे इनाम दिया जाता है।
मुर्गा और मुर्गी हमें अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में ही देखने को मिलते हैं क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग मुर्गी पालन का शौक रखते हैं और इसका व्यापार करते हैं क्योंकि गांव में मुर्गी पालन एक बहुत ही लाभकारी व्यापार है।
मुर्गी प्रतिदिन एक अंडा देती है लेकिन पूरे साल में वह 300 अंडे देती है मुर्गी का जीवनकाल 5 से 10 साल के बीच में होता है वह उसके नस्ल के ऊपर निर्भर करता है।
सन 2012 में एक गणना के अनुसार यह पता चला था कि पूरे विश्व भर में 730 मिलियन मुर्गियां है जिससे 70 बिलियन अंडे प्राप्त हुए थे। हमारे भारत देश में पूरे विश्व की कुल मुर्गियों में से सिर्फ 3% ही मुर्गियां है।
हमारे देश में मुर्गी पालन बहुत ही तीव्रता के साथ बढ़ रहा है क्योंकि भारत देश में मांसाहारी लोगों की संख्या प्रतिदिन बढ़ती जा रही है इस वजह से कई व्यापारी इसमें अपना मुनाफा देखते हुए इस व्यापार को शुरू कर दिया है और अब हमारे भारत देश में मुर्गियों का पालन किया जाता है जिसे कुक्कुटपालन कहते हैं या इंग्लिश में पोल्ट्री फार्मिंग कहा जाता है।
मुर्गी पालन का मुख्य मकसद यही होता है कि लोगों को मांस और अंडे उपलब्ध कराना क्योंकि इसके मांस और अंडों में अधिक प्रोटीन और विटामिंस पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं।
कुछ लोग अधिक मुर्गियों को ना पालकर बस खुद के लिए मुर्गी पालन करते हैं अर्थात वह उतनी मुर्गियां पालते हैं जिससे वह भविष्य में चल कर खा सकें।
मुर्गे और मुर्गियों का मुख्य भोजन होता है कीड़ा मकोड़ा और दाने यदि कोई उनको पालता है तब वह उनको अच्छा भोजन देता है ताकि वह जल्द से जल्द बड़े हो जाए और उनसे अंडे की प्राप्ति हो लेकिन जो घरों में पाले जाते हैं वह कीड़े मकोड़े और दानों को खाकर बड़े होते हैं।
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निष्कर्ष
दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में लिखकर बताया,about hen in hindi। अगर आपको यह पसंद आया हो तो आप भी अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यद्यपि आप चाहते हैं कि हम इसी तरह के about hen in hindi अन्य विषय पर आपको जानकारी दे तो आप उसके लिए भी हमें कमेंट कर सकते हैं।