दोस्तों आज मैं आपको बताने वाला हूं कबूतर के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है about pigeon in hindi। बहुत सारे लोग ऐसे हैं जिनको कबूतर के बारे में जानना पसंद होता है इसलिए वह प्रतिदिन गूगल पर information on pigeon in hindi ऐसा सर्च करते हैं और कबूतर के बारे में पढ़ते हैं इसलिए मैं आज आपको बताने वाला हूं, kabutar information in hindi। मैं
अपनी तरफ से पूरी कोशिश करूंगा कि आपको मैं एक ही ब्लॉग में सभी जानकारी दे सकूं। कई लोग पूर्णतः से जानकारी नहीं पाते तब वह गूगल पर pigeon essay in hindi इस तरह के सेंटेंस सर्च करने लगते हैं। मैं आपको कबूतर के बारे में पूरी जानकारी देने के लिए तैयार हूं क्या आप लेने के लिए तैयार है….
अच्छा है ! तो चलिए शुरू करते हैं।
कबूतर के बारे में जानकारी | about pigeon in hindi

कबूतर एक ऐसा पक्षी है जो देखने में सुंदर लगता है क्योंकि इसका रंग आसमानी कलर का होता है बहुत लोगों को कबूतर बहुत ज्यादा पसंद होते हैं। एक बात हम सभी को विदित है कि प्राचीन काल में संदेश को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए कबूतर का ही इस्तेमाल किया जाता था। कबूतर सफेद रंग के भी होते हैं जो कबूतर सफेद रंग के होते हैं वह लोगों द्वारा बहुत ज्यादा पसंद किए जाते हैं क्योंकि उनका रंग बहुत ही आकर्षित लगता है इसलिए कई लोग कबूतर को अपने घरों में पाले हुए रहते हैं।
बहुत सारे लोग कबूतरों का झुंड में पाल कर रखते हैं क्योंकि कई लोगों को कबूतर बहुत ज्यादा पसंद रहते हैं इसलिए वह उनको प्रतिदिन भोजन एवं पानी प्रदान करते हैं और उनको अपने घरों में रखे रहते हैं। लेकिन हम सभी को कबूतर पसंद आते हैं इसलिए हम कबूतरों को दाना डालने के लिए उस स्थान पर जाते हैं जहां पर बहुत सारे कबूतर पाले हुए रहते हैं।
कबूतर के पास भी अन्य पक्षियों जैसा एक चोंच होता है जो उन्हें भोजन करने में उनकी चोंच अकेली होती है। इनके पास 2 पंख भी होते है जो इनको उड़ने के लिया मदद करते है कबूतरों के उड़ने की रफ्तार 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटा होती है।
कबूतरों को खाने में अन्न फल दाने इत्यादि पसंद होता है। इन कबूतरों का शरीर बहुत ही छोटा होता है लेकिन यह ऊंची उड़ान भरने और काफी समय तक उड़ने के लिए बने हुए रहते हैं इसलिए यह 1 घंटे में 50 से 60 किलोमीटर तक बहुत ही आसानी से उड़ सकते हैं कबूतर लोग अपने घरों में इसलिए पालते हैं क्योंकि वह उनके शौक होते हैं सफेद रंग के कबूतरों की प्रजाति हमारे देश में बहुत ही कम है इसलिए कुछ लोग सफेद रंग के कबूतरों को अपने घर में पालने के लिए पैसा देकर खरीद लेते हैं ताकि वह अपने घर में उनको रख सके।
हमारे देश में जगह-जगह कबूतर खाने भी बने हुए हैं वहां पर कबूतरों की देखरेख और उनको खिलाने पिलाने की सारी सुविधाएं होती है वहां पर इतने सारे कबूतर होते हैं कि प्रतिदिन 1 से 2 बोरी अनाज वह आसानी से खाकर खत्म कर देते है।
कबूतर एक ऐसा प्राणी है जो घोंसला बनाकर रहना पसंद करता है यह अपना घोंसला पेड़ों एवं ऊंची इमारतों पर बनाता है। जो कबूतर सफेद रंग के होते हैं वह शांति के प्रतीक माने जाते हैं यह शांति प्रिय प्राणी होती है इनको शांति बहुत ज्यादा पसंद होती है। कबूतर के पंख इतने मजबूत होते हैं कि वह गर्मी के मौसम में इनको गर्म लगने से बचाते हैं और ठंडी के मौसम में इनको ठंडी से बचाते हैं। कबूतर एक ऐसा प्राणी है जो रेगिस्तान एवं बर्फीले स्थानों दोनों जगह पर बहुत ही आसानी से अपनी जीविका व्यतीत कर सकता है क्योंकि इसके पंख इसको गर्मी और ठंडी दोनों से बचाते हैं।
इसलिए कबूतर अपनी जीविका कहीं पर भी व्यतीत कर सकते हैं चाहे वह गर्म स्थान हो या बर्फीला स्थान। कबूतर की चोचे नुकीली और धारदार होती है जो खाने को फाड़ कर खाने में इनको मदद करती हैं और कबूतर के चोंच के ऊपर दो छेद होते हैं जो इनको सांस लेने में मदद करते हैं। कबूतर की आंखें गोल होती हैं और इनकी आंखों का रंग भूरा या लाल रंग का होता है जो इनकी प्रजाति के ऊपर निर्भर करता है जिस प्रजाति का कबूतर होगा उसके आंखों का रंग उसी प्रकार होगा।
कबूतर का वजन लगभग डेढ़ किलो तक होता है और इनकी लंबाई लगभग 17 सेंटीमीटर तक होती है इस वजह से कई लोगों को यह बहुत ज्यादा पसंद आता है और यह जब बोलते हैं तब इनकी आवाज गुटूर गू गुटूर गू करके निकलती है जो सुनने में बहुत ही ज्यादा प्यारी लगती है।
कबूतर शांति का प्रतीक माना जाता है इसलिए कुछ लोगों का ऐसा मानना है कि कबूतरों को घर में पालने से घरों में शांति बनी रहती है। इसलिए लोग कबूतरों को अपने घरों में पालते हैं। कबूतरों के दिल की धड़कन एक मिनट में 600 बार धड़कती है और इनका जीवन काल 6 वर्ष तक रहता है कबूतर जमीन से लगभग 6000 फिट तक की ऊंचाई पर उड़ सकते हैं। कबूतर को पालने से घर में धन संपति आती है इसलिए कुछ लोग इसे अपने घरों की छतों पर पाल के रखते हैं और खुशी-खुशी दाने खिलाते हैं।
कबूतरों को स्मरण शक्ति इतनी तीव्र होती है कि यदि वह अपने घरों से कई मील दूर भी निकल जाए तो वह अपने घर पर वापस आ जाते हैं और यह सबसे समझदार प्राणियों में से एक है जो खुद को शीशे में देख कर खुद को पहचान लेता है इसीलिए कबूतरों का इस्तेमाल प्राचीन काल में संदेश को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने के लिए किया जाता था। अब भी कई स्थानों पर कबूतरों का इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि वह इसे पसंद करते हैं।
निष्कर्ष
दस्ता भी मैंने आपको इस ब्लॉग में बताया about pigeon in hindi। यद्यपि अभी से आपको पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आप चाहते हैं की about pigeon in hindi इसी तरह के अन्य विषय पर जानकारी चाहते हैं तो इसके लिए भी हमें कमेंट करें हम अवश्य ही आपके विषय पर आपको जानकारी देंगे।