दोस्तों आज मैं आप को बताऊंगा अशोक का पेड़ के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है ashoka tree information in hindi, ashok tree in hindi इसके बारे में जानकारी देने की कोशिश करूंगा की पूरी दे सकू। वर्तमान समय में बहुत सारे लोगों को अशोक के पेड़ के बारे में नहीं बताओगे इसलिए मैं आज आपको इस ब्लॉक में पूरी जानकारी देने की कोशिश करूंगा तो चलिए शुरू कर लेते हैं आज का हमारा विषय।
अशोक का पेड़ की जानकारी | ashoka tree information in hindi | ashok tree in hindi

अशोक के वृक्ष को दुख दर्द दूर करने वाला वृक्ष बोला जाता है क्योंकि इसमें कई गुण पाए गए हैं साइंटिस्ट द्वारा यह बताया गया है कि इसमें कई गुण होते हैं और इसका वैज्ञानिक नाम है सरका असोच। यह हमारे देश में दक्षिण भारत पूर्वी भारत में बहुत अधिक पाए जाते हैं और श्रीलंका भारत और नेपाल देश में इस वृक्ष को बहुत पवित्र माना गया है।
अशोक का वृक्ष दो तरह का होता है एक जो हमारे बाग बगीचे में पाया जाता है इसे हम नकली अशोक कहते हैं और दूसरा जो हिमालय पर मिलते हैं जिन्हें हम असली अशोक कहते हैं लेकिन दोनों वृक्षों को हम अशोक ही कहते हैं।
अशोक के वृक्ष के बहुत फायदे हैं जो हम मनुष्य के जीवन को बहुत ज्यादा हद तक आसान बना देते हैं। अशोक का वृक्ष हमारे शरीर में सूजन को कम कर देता है अशोक का वृक्ष का छाल का लेप बनाकर उस स्थान पर लगाते हैं तो उससे हमें बहुत राहत प्राप्त होती है।
आयुर्वेद में अशोक के असली वृक्ष का उपयोग किया जाता है नकली वृक्ष से बाग बगीचे एवं अन्य स्थानों पर सजावट के लिए उपयोग किए जाते हैं असली अशोक के वृक्ष के पत्ते लंबे और ताम्र रंग के होते हैं जिस वजह से इस वृक्ष को ताम्र पल्लवी कहा गया है। यह वृक्ष का उपयोग औषधि में बहुत बड़ी मात्रा में किया जा रहा है। नकली अशोक के वृक्ष में पत्ते हरे रंग के होते हैं।
इस वृक्ष की पहचान करने का एक और भी तरीका है जब अशोक का वृक्ष फूल लेता है तब उसके फूल का रंग लाल नारंगी रंग का होता है जबकि नकली अशोक के वृक्ष का फूल सफेद रंग का होता है इससे आप बहुत ही आसानी से पता लगा सकते हैं कि कौन सा वृक्ष असली है और कौन सा वृक्ष नकली।
अशोक का पेड़ पर फूल बसंत ऋतु के आने के समय होता है। यह फूल देखने में इतनी सुंदर होते हैं कि लोगों की नजरें इस फूल से नहीं हट पाती। यह फूल एक गुच्छे में होते हैं इस फूल की यही सुंदरता देखकर हमारे अशोक वृक्ष को हेमपुष्पा के नाम से भी जाना जाता है। और एक सबसे खास जानकारी अशोक वृक्ष की। यह वृक्ष उड़ीसा का राज्यकीय पुष्प है।
हमारे देश के हिंदू धर्म के निवासियों के लिए अशोक का वृक्ष बहुत ही पवित्र माना गया है कई सारे कार्यक्रमों में हिंदू धर्म के लोग अशोक के वृक्ष की पत्तियों का इस्तेमाल करते हैं। क्योंकि यहां पर ऐसी मान्यता है कि अशोक का वृक्ष हमारे घर पर हमेशा खुशियां लाता है। ज्योतिषी के मुताबिक यदि हम अपने घर के उत्तर दिशा की तरफ अशोक के वृक्ष को लगाएंगे तो इससे हमारे घर पर सुख शांति बनी रहेगी।
रावण ने हमारी सीता माता का अपहरण करके जिस वाटिका में रखा था उसका नाम अशोक वाटिका था क्योंकि वहां पर अशोक के बहुत सारे वृक्ष थे। जिसके नीचे हमारे सीता मां बैठी थी इस वजह से हिंदू धर्म के लोग इस वृक्ष को और भी पवित्र मानते हैं।
अगर हम अशोक इस नाम को अलग अलग करें तो इसका अर्थ निकल कर आता है कि कोई भी शौक ना होना अर्थात यदि हम इस वृक्ष को अपने घर पर लगाएंगे तो इससे हमारे घर पर हमेशा प्रसन्नता और खुशियां ही आएंगे किसी भी तरह का शौक और गम नहीं आएगा।
अशोक का वृक्ष घना और छायादार होने की वजह से इसे बाग बगीचे में आते देख उपयोग किया जाता है और यह वृक्ष एकदम सीधा और भूरे रंग का होता है जो देखने में बहुत सुंदर लगता है यही वजह है कि बाग बगीचों में इस वृक्ष को अधिक लगाया जाता है क्योंकि किनारों पर इस वृक्ष को लगाने से बाग बगीचों की शोभा और भी अधिक बढ़ जाती है।
इस वृक्ष की ऊंचाई लगभग 35 फीट तक होती है लेकिन इस वृक्ष में शाखाएं कम होने की वजह से यह बहुत कम फेल पाते हैं और यह सिर्फ सीधे खड़े रहते हैं। लेकिन इस पेड़ में टहनियां कम होने की वजह से ऐसा नहीं है कि इस पेड़ की कोई छाया नहीं होती इस पेड़ के पत्ते इतने घने होते हैं कि यह वृक्ष जहां पर लगता है उसके नीचे बहुत अधिक मात्रा में छाया होती है।
असली अशोक के वृक्ष के तने एवं छाल का बहुत अधिक उपयोग किया जाता है। जिन व्यक्ति को चर्म रोग है उन लोगों के लिए भी अशोक के वृक्ष का छाल बहुत अधिक लाभकारी होता है और जिन लोगों के मुंह पर मुंहासे हैं वह लोग यदि अशोक के पेड़ की छाल का लेप बनाकर उसके ऊपर लगाते हैं तो उसे से उनको बहुत राहत मिलती है और बहुत ही कम समय में मुंहासे दूर हो जाते हैं।
अशोक के वृक्ष में बहुत ही प्रचुर मात्रा में फ्लेवोनॉयड्स पाया जाता है एक शोध के अनुसार यह जानकारी हमें प्राप्त हुई है कि यदि इस वृक्ष की छाल का सेवन दर्द निवारक के रूप में किया जाए तो वह बहुत ही कारगर साबित होता है क्योंकि इससे दर्द में बहुत राहत मिलती है।
अशोक का वृक्ष शुगर जैसी बीमारी को भी नियंत्रण कर सकता है क्योंकि इस वृक्ष के फूल में कई औषधियों के गुण होने के साथ-साथ हाइपोग्लाइसेमिक भी पाया जाता है जो हमारे खून में इंसुलिन की मात्रा बढ़ाकर शुगर की मात्रा कम कर देता है और इससे हमारा शरीर शुगर मुक्त बहुत जल्द हो जाता है।
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निष्कर्ष
दोस्तों भी हमें आपको इस ब्लॉग में लिखकर बताया ashoka tree information in hindi । यदि आपका बीवी कोई सवाल है तो आप हमसे पूछ सकते हैं और यदि आपको यह विषय अच्छा लगा तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आप चाहते हैं कि हम इसी विषय ashoka tree information in hindi की तरह अन्य विषय पर भी आपको जानकारी दे तो उसके लिए भी आप हमें कमेंट कर सकते हैं।