दोस्तो आज मैं आप को बांस के बारे बताऊंगा जिसे इंग्लिश में बम्बू कहते है अर्थात आज का हमारा विषय है bamboo tree information in hindi। मैं आप को यह भी बताऊंगा uses of bamboo in hindi। बांस के बारे में जानना आवश्यक है क्युकी हमारे देश में इसका बहुत अधिक इस्तेमाल किया जाता है। इसलिए मैं आप को इसके बारे में पूरी जानकारी देने की कोशिश करूंगा।
तो चलिए शुरू करते है about bamboo in hindi
बांस के बारे में जानकारी | bamboo tree information in hindi | about bamboo in hindi

बांस एक ऐसी घास है जो हमारे देश में प्रत्येक राज्य और स्थान पर पाई जाती है। इसे इंग्लिश में बम्बू कहते है इसलिए कई लोगो को बांस क्या होता है ये समझ नही आ रहा होगा।
बांस एक ऐसा घास है जो हम सभी भारतवासियों के बहुत सारे उपयोग में आता है हमारे देश में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग बंबू का कई तरह से उपयोग करते हैं बंबू का उपयोग हमारे देश में शादी विवाह में भी किया जाता है।
बांस एक ऐसी प्रजाति है जो यदि आपने किसी स्थान पर इसके एक वृक्ष को लगाया है तो बस कुछ ही महीनों में यह कई सारे बांस निकल कर आ जाते हैं। बांस एक बहुत ही तेजी से बढ़ने वाला घास है जिससे यद्यपि हमें इसकी आवश्यकता पड़े तो हम बहुत ही कम समय में इसका उपयोग कर सकते हैं
बांस के ही परिवार के अन्य सदस्यों में भी दूब, गेहूँ, मक्का, जौ और धान आते हैं जिनका हम प्रतिदिन उपयोग करते हैं। बांस एक बहुत ही तेजी से बढ़ने वाला काष्ठीय पौधा है जो एक दिन अर्थात लगभग 24 घंटे में 121 सेंटीमीटर तक बढ़ सकता है। यह इतनी तेजी से बढ़ने वाला पौधा है कि यह कभी-कभी 1 घंटे में 1 मीटर तक बढ़ जाता है लेकिन ऐसा सिर्फ कुछ ही समय के लिए होता है इसलिए इसकी सामान्य बढ़ने की रफ्तार 121 सेंटीमीटर 24 घंटे में है।
बांस का तना खोखला होता है अर्थात बांस के ऊपरी परत बहुत ही मजबूत लेकिन वह अंदर से खाली रहता है लेकिन वर्तमान समय में बांस के अलग प्रजातियां भी हैं जो पूरी तरह से भरी हुई रहती है।
बांस के निचली गांठ से ही उसकी जड़े निकलती है और वह जड़े इतनी मजबूती से जमीन को पकड़े हुए रहती है कि यदि कितनी थी तीव्रता के साथ आंधी तूफान आ जाए लेकिन बांस से जल्दी उखड़ते नहीं।
बांस वर्तमान समय में उत्तरी एवं दक्षिणी अमेरिका, अफ्रीका, ऑस्टेंलिया एवं दक्षिणी एशिया में पाया जाता है अर्थात बांस वर्तमान समय में प्रत्येक स्थानों पर मौजूद है। सभी देशों के तुलना में चीन में सबसे अधिक बांस की प्रजातियां पाई जाती हैं।
यदि हम किसी 18 फीट ऊंचाई वाले वृक्ष को काट देंगे तो उसको वापस आने के लिए लगभग 30 से 60 वर्ष का समय लग जाता है लेकिन उसके विपरीत हम यदि किसी 18 फीट ऊंचाई वाले पांच को काट देते हैं तो वह मात्र 59 दिनों में ही वापस आ जाते हैं।
बास इतनी तीव्रता के साथ बढ़ते हैं कि वह 1 साल में लगभग 30 टन प्रति हेक्टेयर द्वारा निकाला जा सकता है। अर्थात 1 हेक्टेयर जमीन से 1 साल में लगभग 30 टन का बांस निकलता है।
बांस के फूल को आने में काफी समय लग जाता है अर्थात 12 से 120 वर्षों के बाद बांस का फूल लगता है और उसमें बीज उगते हैं। लेकिन बांस के फूल और बीज उसकी प्रजाति के ऊपर निर्भर करते हैं कई प्रजातियों में फूल और बीच बहुत जल्दी लग जाते हैं लेकिन कई में काफी वर्ष के बाद लगते हैं।
हमारे भारत में कई स्थानों पर बांस को खाया भी जाता है अर्थात जब बांस उगते रहते हैं तभी उनको काट के सब्जी बना ली जाती है। हमारे भारत में शादी में भी बांस का उपयोग किया जाता है चाहे लड़की की शादी हो या लड़के की में बांस का उपयोग किया जाता है लेकिन कई स्थानों पर इसका उपयोग नहीं होता लेकिन उत्तर प्रदेश बिहार एवं और भी कई राज्य है जहां पर बंबू का इस्तेमाल शादी विवाह में किया जाता है।
हमारे भारत में कुल मिलाकर जितने जंगल है उसमें से सिर्फ 13% जंगल बांस का जंगल है जो 11 . 4 मिलियन हेक्टेयर होता है। हमारे भारत में जंगलों का क्षेत्रफल 11. 4 मिलियन हेक्टेयर है।
बांस का उपयोग हमारे भारत में बहुत ज्यादा किया जाता है जैसे घर निर्माण में घर को सजाने के लिए और ईंधन भी है। हमारे भारत देश में ग्रामीण क्षेत्र में रहने वाले लोग सूखे बांस का इस्तेमाल करते हैं अपने भोजन को पकाने के लिए।
भारत में बांस का उत्पाद लगभग 1.35 करोड़ टन प्रतिवर्ष है। हमारे भारत में चीन के बाद सबसे अधिक बांस का उत्पादन होता है अर्थात चीन के बाद अनुवांशिक संसाधनों में 136 प्रजातियों के साथ हमारा भारत दूसरे स्थान पर है अर्थात हमारे भारत में 136 प्रसाद के पास पाए जाते हैं जिसमें से 58 प्रजातियां उत्तरी पूर्वी भारत में पाई जाती है।
बांस में सबसे उपयोगी भाग तना होता है क्योंकि पूरे बास में एक तना ही है जो सभी के कार्य आता है। सभी कार्यों में बस बांस का तो नहीं उपयोग किया जाता है। बांस का पूरा जीवनकाल 1 से 50 वर्ष तक रहता है जब तक उस में फूल नहीं आ जाते लेकिन उससे पहले ही हमारे भारत देश में उसको काटकर उपयोग में लिया जाता है।
बांस का उपयोग सबसे ज्यादा कागज बनाने के लिए किया जाता है क्योंकि हमारे देश में कागज बहुत ही तेजी से बनते हैं और उसके लिए वृक्ष को काटना उपयोगी नहीं होता इसलिए बांसों को काटा जाता है क्योंकि यह बहुत ही तेजी के साथ वृद्धि करते हैं और हमारे देश में उनकी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। हमारे भारत में इसका उपयोग सारे जानवर जैसे गाय एवं भैंस के बच्चे देने पर उनके पत्तियों को पानी में उबाल कर इस पानी को पिलाया जाता है।
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निष्कर्ष
दोस्तो अभी मैं आपको बताया bamboo tree information in hindi। यदि आपको हमेशा पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आप चाहते हैं कि हम इसी तरह bamboo tree information in hindi के अन्य विषय पर भी जानकारी दे तो आप हमे कमेंट कर सकते हैं।