क्रिसमस के बारे में जानकारी 2023 | Christmas Information In Hindi

दोस्तों आज मैं आपको इस ब्लॉग में बताने वाला हूं क्रिसमस त्योहार के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है christmas information in hindi। इस विषय में लोगों को अभी भी संपूर्ण जानकारी नहीं है मैं कोशिश करूंगा कि आप के लिए इस ब्लॉग में सभी जानकारी दे सकूं क्योंकि गूगल पर प्रतिदिन इस तरह के सर्च होते हैं जैसे कि information on christmas in hindi , information about christmas in hindi।

तो चलिए शुरू करते हैं।

क्रिसमस के बारे में जानकारी | Christmas Information In Hindi | information on christmas in hindi

क्रिसमस के बारे में जानकारी 2021 | Christmas Information In Hindi

क्रिसमस एक ऐसा त्यौहार है जिसकी खुशी हम सभी को दी है चाहे वह किसी भी धर्म या जाति का हो क्रिसमस का त्यौहार ईसाइयों का खास पर्व है जो दिसंबर के महीने में 25 तारीख को पड़ता है और यह हमेशा इसी दिन और महीने में पड़ता है।

यह त्यौहार प्रभु ईसा मसीह के जन्म दिवस पर मनाया जाता है ईसा मसीह का नाम जीसस क्राइस्ट था यह एक बहुत ही सम्मानित व्यक्ति थे लोग इनका बहुत मान सम्मान करते थे क्योंकि यह लोगों को प्यार और इंसानियत के बारे में सिखाते थे और इनको भगवान का सबसे प्यारा पुत्र भी माना जाता है।

जिस तरह से अलग-अलग धर्म के लोग अपने त्यौहार पर अपने घरों को सजाते हैं उसी तरह क्रिसमस के दिन इसाई लोग अपने घर को बहुत ही अच्छी तरह कैसे सजाते हैं और उनके सजाने का यह कार्यक्रम एक हफ्ते पहले ही शुरू हो जाता है और बाजार में भी रौनक बढ़ जाती है और हर जगह हमें सजावटी देखने मिलती है।

चर्च को भी बहुत ही अच्छी तरीके से सजाया जाता है और वहां पर खास प्रार्थनाएं भी की जाती है और इस दिन लोग अपने रिश्तेदारों और दोस्तों के घर पर जाकर एक दूसरे को बधाई देते हैं और अपने घर के बीच में क्रिसमस ट्री रखकर उसको अच्छी तरीके से सजाकर इस त्यौहार को मनाया जाता है और इस त्यौहार में सबसे खास केक होता है क्योंकि यह लोग केक को काटकर एक दूसरे को खिलाते हैं और इस दिन की बधाइयां देते हैं।

जिन देशों में ईसाई धर्म के लोग रहते हैं वहां पर 25 दिसंबर को यह त्यौहार शुरू हो जाता है और क्रिसमस के एक दिन पहले अर्थात 24 दिसंबर को ही संध्या के समय कई देशों में जिसे जर्मनी एवं अन्य देशों में इससे जुड़े समारोह शुरू हो जाते हैं। इसी के साथ-साथ कई राष्ट्रमंडल और अन्य देशों में इस दिन के अगले दिन अर्थात 26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे मनाया जाता है।

210 साल पहले अंग्रेजों ने भारत पूरी तरीके से पकड़ बना ली थी और वह लोग चाहते थे कि ईसाई धर्म को अधिक से अधिक फैलाया जाए और वह ऐसा भारत में भी करना चाहते थे इसीलिए उन्होंने 25 दिसंबर को बड़े दिन के नाम से संबोधित किया और उस दिन से दिन थोड़ा-थोड़ा बढ़ने लगा जिस वजह से हिंदू धर्म के लोग इसे बहुत ही आसानी से स्वीकार कर लिए।

क्रिसमस के दिन परिवार का कोई एक सदस्य सेंटा क्लाज बनकर बच्चों को उपहार बैठता है जिस वजह से बच्चे और भी अधिक खुश हो जाते हैं इस त्यौहार को मनाने के लिए वर्तमान समय में अब हिंदू भी इस त्यौहार को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं।

ईसा मसीह के जन्म के बारे में कहा जाता है कि उनका जन्म एक अस्तबल में हुआ था जो चारों तरफ जानवरों से गिरा हुआ था लेकिन बाइबिल में अभी तक इस तरह के किसी भी बात की जिक्र नहीं की गई है ना ही अस्तबल की और ना ही चारों तरफ से गिरे जानवरों की।

प्राचीन काल से चलता हुआ आ रहा है कि इस दिन लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों को उपहार लेना-देना करते हैं और यह उपहार सैंटा क्लॉस बन कर लिया दिया जाता है।

आप यह सोचते होंगे कि क्रिसमस के दिन लोगों को मोजे में क्यों उपहार दिए जाते हैं तो आपको हम बता दें कि एक ऐसी कहानी है कि कहा जाता है कि संत निकोलस ने एक व्यक्ति की मदद करने के लिए मुझे में सोना छुपा दिया था जिस वजह से मुझे में उपहार रखना और सीक्रेट संता क्लॉज बन्ना इस त्यौहार की परंपरा है जो प्राचीन काल से ही चली आ रही है।

ईसाई धर्म के लोग अपने प्रभु जीसस क्राइस्ट के जन्मदिवस को याद करने के लिए इस त्यौहार को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं इस दिन बच्चों में चॉकलेट गिफ्ट बांटना और घरों की सजावट क्रिसमस वृक्ष की सजावट करना बहुत ही प्राचीन प्रथा है क्योंकि यह प्राचीन समय से ही चली आ रही है।

हिंदू धर्म में 25 दिसंबर से दिन बड़े और रातें छोटी होने लगती है जिस वजह से यह दिन हिंदू धर्म के लिए भी बहुत ही खास है और ईसाई धर्म के अलावा अन्य कई ऐसे धर्म जो ईसाई धर्म नहीं है वह लोग भी क्रिसमस के इस त्यौहार को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं और इस का आनंद उठाते हैं।

एक ऐसा चर्च है जहां पर क्रिसमस 6 जनवरी को मनाया जाता है और उस चर्च का नाम है आर्मीनियाई अपोस्टोलिक चर्च । किस्मत की सजावट के लिए जितनी भी तैयारी की जाती है वह क्रिसमस के 12 दिन बाद उतार लिया जाता है।

क्रिसमस का त्योहार पूरे विश्व भर में मनाया जाता है और यह पूरे विश्व भर में छुट्टी भी प्रदान करता है अर्थात हमेशा भी कह सकते हैं कि इस दिन पूरे विश्व भर में छुट्टी रहती है अंग्रेजों ने ईसाई धर्म को पूरे विश्व भर में फैला दिया और खासकर के पश्चिमी देशों में ईसाई धर्म को फैलाने का कार्य अंग्रेजों द्वारा किया गया क्योंकि वह अपने शासनकाल में इस धर्म को बहुत बढ़ावा दिए।

संत निकोलस का जन्म 340 ईसवी में 6 दिसंबर को हुआ था और इसाई धर्म के लोगों का ऐसा मानना है कि वह 25 दिसंबर अर्थात क्रिसमस के दिन बच्चों के लिए उपहार लाया करते थे इसीलिए यह संत निकोलस वर्तमान समय में बच्चों के लिए सैंटा क्लॉज बन गए।

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निष्कर्ष

दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में लिखकर बताया christmas information in hindi। अगर आपको यह विषय पसंद आया हो तो आपसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें ताकि उनको यह जानकारी पता चले और यदि आप चाहते हैं कि हम अन्य विषय पर भी आपको जानकारी दे तो आप उसके लिए हमें कमेंट कर सकते हैं।

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