गुड़हल फूल के बारे में जानकारी 2021 | Hibiscus Flower Information In Hindi

दोस्तों आज मैं आपको इस ब्लॉग में बताने वाला हूं गुड़हल के फूल के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है hibiscus flower information in hindi। यह एक बहुत ही सुंदर पुष्प है जो हमारे भारत देश में बहुत ही प्रचुर मात्रा में पाया जाता है इसलिए इस पौधे के बारे में जानना हम सभी को आवश्यक है इसीलिए मैं आज आपको इस पौधे के बारे में पूरी जानकारी दूंगा क्योंकि गूगल पर प्रतिदिन सर्च होते रहते हैं जैसे hibiscus flower in hindi , hibiscus plant in hindi , hibiscus flower in hindi language

तो चलिए शुरू करते हैं आज का विषय।

गुड़हल फूल के बारे में जानकारी | hibiscus flower information in hindi | hibiscus plant in hindi

गुड़हल फूल के बारे में जानकारी 2021 | Hibiscus Flower Information In Hindi

गुड़हल का फूल एक बहुत ही सुंदर और प्रसिद्ध फूल है जो हमारे भारत देश में हर स्थानों पर पाया जाता है इस फूल की मात्रा हमारे देश में बहुत ज्यादा है। यह फूल दिखने में तो बहुत सुंदर होते हैं लेकिन इनमें किसी भी तरह का सुगंध नहीं होता अर्थात यह सुगंध रहित फूल है।

इस फूल में नर और मादा दोनों ही प्रजनन अंग पाए जाते हैं जो इस फूल के अंदर होते हैं। यह फूल दिखने में बहुत ज्यादा सुंदर होते हैं इस फूल की लंबाई चौड़ाई लगभग 5 सेंटीमीटर की होती है।

अन्य फूलों की तरह स्कूलों में भी कई प्रकार की प्रजातियां पाई जाती है। जिस वजह से इस फूल के अलग-अलग रंग होते हैं। लाल पीला सफेद और गुलाबी रंग के पाए जाते हैं गुड़हल के फूल।

यह फूल हमारे भारत में पूजा पाठ मैं भी इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि कई भगवानों को गुड़हल का फूल चढ़ाया जाता है। यह फुल एचडी बगीचे में लगे होते हैं वह उस बगीचे की शोभा बढ़ जाती है क्योंकि यह फूल की पत्तियां एकदम हरी और फूल के रंग लाल नीला और गुलाबी होने की वजह से बहुत ज्यादा सुंदर लगते हैं

गुड़हल की सभी प्रजातियां पूरे देश में पाए जाते हैं और 200 से ज्यादा प्रजातियां हमारे एशिया यूरोप और अफ्रीका महाद्वीप में मिलते हैं और भारत में भी गुड़हल की बहुत सारी प्रजातियां हैं। यह वृक्ष उन स्थानों पर अधिक पाया जाता है जहां की जलवायु गर्म है। यह गर्म जलवायु वाले पेड़ है।

गुड़हल के वृक्ष का वनस्पति नाम हीबीस्कूस् रोज़ा साइनेन्सिस है। इस प्रजाति की अन्य वनस्पतियां भी है जैसे की कोको, कपास, भिंडी और गोरक्षी। यह इस प्रजाति की प्रमुख पौधे है।

इस फूल की एक खास बात यह है कि इस की दो प्रजातियों को मलेशिया और दक्षिण कोरिया का राष्ट्रीय पुष्प घोषित किया गया है। इस फूल में 5 पंखुड़ियां होती है जो दिखने में बहुत ज्यादा सुंदर लगती हैं।

गुड़हल के फूल का कई उपयोग है जो हमारे आयुर्वेद की पद्धति से चली हुई आ रही है सफेद गुड़हल के जड़ों को पीसकर कई तरह की दवाइयां बनाई जाती है। और भी कई तरह से गुड़हल के फूलों का उपयोग किया जाता है।

गुड़हल के सूखे फूलों को उबालकर एक बहुत ही प्रसिद्ध पर बनाया जाता है जिसका नाम एगुआ डे जमाईका है और यह मेक्सिको में बहुत ज्यादा प्रसिद्ध है क्योंकि इसका रंग और इसका तीखा स्वाद इसको बहुत ज्यादा प्रसिद्ध बना दिया है।

इस रस का उपयोग वह लोग भी कर सकते हैं जिनको गुर्दे में किसी भी तरह की समस्या अथवा पीड़ा हो और जो लोग डाइटिंग कर रहे हैं उनके लिए भी यह बहुत ही उपयोगी पर बन जाता है लेकिन इसमें आपको चीनी नहीं मिलानी चाहिए।

इसमें चीनी मिला देने पर यह पेय क्रैनबेरी के जैसा लगने लगता है अर्थ है इसका स्वाद क्रेनबेरी के स्वाद के जैसा लगता है। गुड़हल के फूलों में एंटीऑक्सीडेंट्स पाया जाता है जो मनुष्य के शरीर के कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखता है।

हम सभी इस वृक्ष को सिर्फ अपने घर एवं बगीचे की शोभा बढ़ाने के लिए लगाते हैं लेकिन हम सभी को यह बात पता होनी चाहिए कि नींबू और अदरक की चाय की गहरा गुड़हल की चाय भी सेहत के लिए बहुत ज्यादा फायदेमंद होती है।

गुड़हल की एक प्रजाति जिसका नाम कनाफ है उसका प्रयोग कागज बनाने के लिए किया जाता है। गुड़हल फूल की एक अन्य प्रजाति जिसका नाम रोज़ैल है उससे कैरिबियाई इस देश में चाय सब्जी और जैम बनाने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

गुड़हल का फूल हमारे देवी देवताओं और मुख्यतः गणेश जी को पूजा पाठ करते समय चढ़ाया जाता है। गुड़हल का फूल फफूंदनाशक, आर्तवजनक त्वचा को मुलायम बनाने के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।

हमारे भारत देश के दक्षिणी इलाकों में रहने वाले निवासी अर्थात दक्षिणी भारत के निवासी इसका उपयोग बाल झड़ने और सर में रूसी की समस्या को दूर करने के लिए प्रयोग में लाते हैं। इस पौधे की पत्तियां और फूल को पीसकर उसका पेस्ट बनाकर डैंड्रफ और बाल झड़ने की समस्या का निवारण करने के लिए सर पर लगाया जाता है।

गुड़हल के वृक्ष की औसत लंबाई 15 फीट होती है कई वृक्ष से छोटे भी हो जाते हैं। लेकिन गुड़हल का वृक्ष को पानी की अधिक आवश्यकता होती है लेकिन कुछ प्रजातियां गर्मी के मौसम अर्थात गर्म जलवायु में ही पनपते हैं।

हम सभी लोग गुड़हल के पौधे को शोभा बढ़ाने के लिए लगाते हैं लेकिन कई स्थानों पर इसकी खेती की जाती है ताकि इससे औषधियां बना सके इस पौधे का उपयोग तेल बनाने के लिए किया जाता है क्योंकि इस पौधे का तेल बहुत उपयोगी होता है बालों और त्वचा के लिए।

गुड़हल का फूल गर्भवती महिला के लिए हानिकारक हो सकता है यदि कोई महिला गर्भवती है तो उसे गुड़हल के फूल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए अन्यथा उसे कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

हमारे भारत देश में भी गुड़हल की चाय बहुत सारे लोग पीना पसंद करते हैं क्योंकि इससे हमारे शरीर का कोलेस्ट्रोल का स्तर बराबर रहता है इसलिए हमारे भारत में इसका अधिक उपयोग होता है।

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निष्कर्ष

दोस्तो अभी मैं आप को इस ब्लॉग में सिखाया hibiscus flower information in hindi। दोस्तो अगर आप को यह विषय पसंद आया हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करे और आप को इसी तरह hibiscus flower information in hindi के अन्य विषय पर भी जानकारी चाहते है तो हमे कमेंट करे। हम आप को उस विषय पर अवश्य ही जानकारी देंगे।

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