दोस्तों आज हम आपको बताएंगे होली के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है holi information in hindi । हमारे देश में होली का त्यौहार बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है इसलिए इसके बारे में जानना सभी भारतीय नागरिक का हक है। आज मैं आपको यह भी बताऊंगा why we celebrate holi in hindi। कई भारतवासी गूगल पर सर्च करते हैं information about holi in hindi ताकि उन्हें होली के बारे में जानकारी मिल सके लेकिन पर्याप्त जानकारी उनको एक ही ब्लॉग में नहीं मिल पाते उनको कई तरह के ब्लॉग पढ़ने पड़ते हैं लेकिन आज मैं आपको एक ही ब्लॉग में सारी जानकारी दूंगा।
तो चलिए शुरू करते हैं holi festival information in hindi
होली के बारे में जानकारी | holi information in hindi | holi festival information in hindi

एक ऐसा त्यौहार है जो हमारे पूरे भारत देश में बहुत ही धूमधाम से मनाया जाता है इस त्यौहार को मनाने के लिए हमारे देश में बड़े-बड़े साउंड लगते हैं जिसमें गाने बसते हैं और लोग उस गाने पर नाचते हुए होली खेलने का आनंद लेते हैं। होली के त्यौहार में लोग अपने गिले-शिकवे भुलाकर एक-दूसरे को रंग लगाते हैं और एक दूसरे को गले लगाकर स्नेह व्यक्त करते हैं। होली का त्यौहार प्रेम का त्यौहार माना जाता है क्योंकि लोगों को इस दिन अपने सभी गिले शिकवे भुला कर अपने दुश्मन के साथ भी इस त्यौहार को मनाते हैं।
यह त्योहार पूरे भारतवर्ष में मनाया जाता है हर व्यक्ति इस त्यौहार को मनाता है हमारा हिंदू समाज इस धर्म के लोग होली को बहुत ही हर्ष उल्लास के साथ मनाते हैं क्योंकि वह लोगों का यह मानना है कि बुराई को जलाकर अच्छाई की जीत हुई थी। होली में रंग खेलने से पहले होलिका दहन होता है।
हम सब को यह बात पहले से विदित है कि हमारा देश त्योहारों का देश है उसी में होली एक बहुत ही खास त्यौहार माना जाता है इस त्यौहार को बसंत के महीने में मनाया जाता है जो मार्च का महीना होता है। यह त्यौहार भारत और नेपाल देश का प्रमुख त्योहार माना जाता है भारत देश में यह सिर्फ हिंदू समुदाय के लोग इस त्यौहार मनाते हैं।
होली के 1 दिन पहले होलिका दहन होता है जहां पर लोग लकड़ी एवं अन्य सामग्री को इकट्ठा करके चलाते हैं और उसके परिक्रमा करते हैं उसके बाद रंग खेला जाता है जो कई स्थानों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है कहीं पर धुलेटी रंग गुलाल इन सभी नामों का उपयोग करके लोग इस त्योहार को मनाते हैं। साथ ही ढोल बाजे का भी प्रबंध किया हुआ रहता है ढोल बाजे बजते हैं और लोग उस पर नाचते हैं।
जब रंग गुलाल खेलकर हो जाता है तब लोग शाम तक नहा धोकर और नए कपड़े पहन कर एक दूसरे के घर पर अपने रिश्तेदारों से मिलने के लिए जाते हैं। इस त्यौहार में भी कई तरह के पकवान बनते हैं जो इस त्यौहार को और भी ज्यादा खास बना देते हैं और इससे हमारे देश में हर्षोल्लास बहुत ही अधिक बढ़ जाता है।
बच्चे बूढ़े और वयस्क सबको होली बहुत ज्यादा पसंद आती है क्योंकि इसमें किसी भी तरह की हार नहीं होती कई लोग पक्के रंग का इस्तेमाल करते हैं लेकिन हमें पक्के रंग करने से बचना चाहिए क्योंकि इससे हमारे चमड़े पर समस्याएं होने लगती है और कई तरह की प्रॉब्लम है हमें चमड़े से संबंधित आती है।
होली में लोग एक दूसरे को रंग लगाते है और एक दूसरे को गले लगाते है और अपने गीले सिकवे दूर करते है। कई स्थानों पर होली में ठंडाई बनाई जाती है जिसमे दूध का इस्तेमाल किया जाता है और वह ठंडई लोगो को बहुत पसंद आता है। बच्चे वयस्क सभी को यह बहुत पसंद आता है।
होलिका दहन कई स्थानों पर अलग अलग तरीके से मनाया जाता है। लोग होलिका को जला कर उसमे नारियल डालते है और उनका चक्कर लगाते है और कई स्थानों पर होलिका दहन से पहले लोग अपने शरीर पर सरसो का पेस्ट लगा के मालिश करते है और फिर उसे होलिका में जलाते है।
why we celebrate holi in hindi | होली क्यू मनाते है ?
प्राचीन भारत का एक राजा था जिसका नाम हृदकश्यप था। उसका एक पुत्र था जिसका नाम था प्रहलाद। वह भगवान विष्णु का भक्त था लेकिन हृदकश्यप को यह बिकुल भी नही पसंद था क्युकी वह भगवान विष्णु से बदला लेना चाहता था अपने छोटे भाई की मृत्यु का जिसे भगवान विष्णु ने मारा था इसलिए वो प्रहलाद को बोलता था की उसकी पूजा न करे।
हृदकश्यप सालो तक कठिन तपस्या की और कई वरदान प्राप्त किया और वह खुद को ही भगवान समझने लगा। वह अपने पुत्र प्रहलाद को खुद की पूजा करने बोलता था लेकिन भक्त प्रहलाद भगवान विष्णु की ही पूजा करते थे। इसलिए कई बार हृदकश्यप ने प्रहलाद को मारने की कोशिश किया लेकिन वह भगवान विष्णु की आशीर्वाद से बच जाता था।
फिर वह उनको आग में जलाने का निश्चय किया इसके लिए वह अपनी बहन होलिका को बुलाया जिसे भगवान का वरदान था की वह आग में नही जलेगी। इसलिए वह प्रहलाद को उसकी गोद में बैठा कर चारो तरफ से आग लगा दिया और सोचा कि अब प्रहलाद मर जाएगा लेकिन वह फिर से बच गया और होलिका us आग में जल के मर गई। तभी से होलिका जला के होली का त्योहार मनाया जाता है। यही वजह है की हम कई वर्षो से होली का त्योहार मनाते आ रहे है।
रंग से क्यों खेलते है होली
जब भगवान विष्णु ने भगवान कृष्ण का अवतार लिया था तब से वह रंगो से खेलते थे। पूरे वृंदावन में वो कोपियो के साथ रंगो के साथ मस्ती और शैतानियां करते थे इसलिए तभी से रंग से खेलते आ रहे है होली। यह त्यौहार बसंत के महीने में खेला जाता है क्युकी यह समय बहुत ही सुन्दर होता है और इसमें मौसम भी बहुत सुहावना होता है।
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निष्कर्ष
दोस्तो अभी मैं आप को बताया holi information in hindi। मैं आशा करता हु की यह जानकारी आप को पसंद आई। अगर आप को यह जानकारी पसंद तो इसे अपने दोस्तो के साथ भी साझा करे। अगर आप चाहते है की हम आप को इसी holi information in hindi विषय की तरह अन्य विषय पर भी जानकारी दे तो आप इसके लिए भी कॉमेंट करे।