दोस्तों आज मैं आपको इस ब्लॉग में लकड़बग्घे के बारे में बताने वाला हूं अर्थात आज का हमारा विषय है hyena in hindi। लकड़बग्घा के बारे में वर्तमान समय में बहुत कम लोगों को पता होगा इसलिए पहले यह सोचा की आप सभी को लकड़बग्घा के बारे में जानकारी दे दू क्योंकि गूगल पर बहुत सारे सर्च होते जैसे कि hyena animal in hindi , lakadbagha in hindi आज आपको इस एक ही ब्लॉग में सभी जानकारी प्राप्त हो जाएगी।
तो चलिए शुरू करते हैं
लकड़बग्घे के बारे में जानकारी | hyena in hindi | hyena animal in hindi

लकड़बग्घा एक मांसाहारी जानवर है जो हमें कुत्ते के आकार के जैसा दिखता है लेकिन हम आपको बता दें कि यह कुत्ते के किसी भी प्रजाति या पूर्वजों से नहीं मिलता जुलता। इसका आकार कुत्तों के जैसा होता है।
लकड़बग्घे को हमारे धरती का सफाई कर्मी भी बोला जाता है क्योंकि यह धरती पर मौजूद जितने भी जानवरों का सड़ा एवं गला हुआ मांस है वह सभी खाकर खत्म कर देते हैं और हम आपको एक बात और बता दें कि यह इस मांस की हड्डियां भी नहीं छोड़ते। इसलिए लकड़बग्घे को धरती का सफाई कर्मी बोला जाता है।
लकड़बग्घे की सभी प्रजातियां उनकी हाइयेनीडि फैमिली की है लकड़बग्घा हाइयेनीडि परिवार का सदस्य है। लकड़बग्घा, “गिगली” चित्तीदार लकड़बग्घा, भूरा लकड़बग्घा , और एर्डवुल्फ यह चारों हाइयेनीडि परिवार के सदस्य हैं अर्थात हाइयेनीडि के 4 सदस्य हैं।
लकड़बग्घा हमारे इस धरती पर लगभग 24 मिलीयन साल से है हम इसे अभी बोल सकते हैं कि यह प्राचीन काल से चला आ रहा है। हमारे अफ्रीका और एशिया के सवाना जंगलों उप रेगिस्तान में पाया जाता है।
लकड़बग्घे की आयु वैज्ञानिकों द्वारा बताई गई है कि वह मात्र 12 वर्ष तक जीवित रह सकते हैं लेकिन वह 25 वर्ष तक जीवित रहते हैं इस बात पर हम यह बोल सकते हैं कि यह एक कुदरत का करिश्मा है।
लकड़बग्घे की कई प्रजातियां होती हैं जिनमें से कुछ ऐसी प्रजातियां हैं जिसमें मादा चित्तीदार लकड़बग्घा नर लकड़बग्घे से 10 गुना अधिक भारी होती है नर और मादा में सामान गुप्तांग होने के बावजूद भी बच्चे को जन्म सिर्फ मादा लकड़बग्घा ही देती है।
माता चित्तीदार लकड़बग्घा अधिक ताकतवर और अधिक आक्रमक होती है लेकिन नर चित्तीदार लकड़बग्घा इतना आक्रमक और ताकतवर नहीं होता क्योंकि मादा चित्तीदार लकड़बग्घे में टेस्टोस्टेरोन अधिक होता है नर चित्तीदार लकड़बग्घे के मुकाबले।
चित्तीदार लकड़बग्घा अपना भोजन जानवरों का शिकार करके ही प्राप्त करता है लेकिन धारीदार और भूरा लकड़बग्घा यह मरे हुए जानवरों को खा कर अपना पेट भरते हैं हम इन्हें ऐसा भी कह सकते हैं कि यह सफाई का कार्य करते हैं।
एर्डवुल्फ लकड़बग्घा कीड़ा मकोड़ा खाकर अपना पेट भरता है और वह मुख्य रूप से दीमक को खाता है एक रात में वह 30,000 से अधिक दीमक खा सकता है।
लकड़बग्घा उन जानवरों में से नहीं है जो पेट पर जाने के बाद अन्य भोजन को ऐसे ही छोड़ देते हैं वह जानवरों की हड्डियां और खुद तक भी खा जाता है ताकि उसका भोजन बर्बाद ना हो और यदि भोजन बच जाए तो वह उसे एक सुरक्षित स्थान पर छुपा देते हैं।
लकड़बग्घा में भी कई प्रजातियां होती है और वह अपने प्रजाति अनुसार छोटे बड़े रहते हैं लेकिन उनको समूह में रहना पसंद है इसलिए लकड़बग्घे हमेशा अपनी प्रजाति के साथ समूह बनाकर रखते हैं।
चित्तीदार लकड़बग्घे की एक ध्वनि इस प्रकार निकलती है जैसे कोई मनुष्य हस रहा हो उसकी याद है मनुष्य के हंसी के समान लगती है इसलिए चित्तीदार लकड़बग्घे को लाफिंग हायना भी बोला जाता है।
धारीदार लकड़बग्घा किसी भी तरह की आवाज को नहीं निकलता है वह यदि संवाद करना चाहता है तो अपने शारीरिक हरकतों से करता है।
लकड़बग्घा एक बहुत ही तीव्रता के साथ भागने वाला जानवर है वह 60 किलोमीटर प्रति घंटा की स्पीड से दौड़ सकते हैं। और एक मादा लकड़बग्घा 1 वर्ष में 2 से 4 बच्चों को जन्म देती है।
लकडबग्घा एक ऐसा जानवर है जो शिकार कर के और मारे हुए जानवरों को दोनो को खाता है। जब लकडबग्घा अपने बच्चे को जन्म देती है तब उसकी आंखें लगभग 9 दिन तक बंद ही रहती है उसके पश्चात ही उनकी आंखें खुलती हैं।
उनके बच्चे जन्म के पश्चात लगभग 6 वर्ष तक अपनी मां के दूध पर ही निर्भर रहते हैं। यह 6 वर्ष तक किसी भी जानवर का मांस नहीं खाते उसके पश्चात ही यह मांस को खाना शुरू करते हैं।
लकड़बग्घे को यह पता होता है की तालाब या नदी से मछली कैसे पकड़ते है और कई बार तो उनको मछली पकड़ते देखा भी गया है।
लकड़बग्घा एक बहुत ही मजबूत और ताकतवर जानवर है यह किसी भी जानवर की हड्डी को एक झटके में तोड़ सकता है क्योंकि इसे हड्डी तोड़ने में बिल्कुल भी समस्या नहीं होती इसीलिए यह जानवर हड्डी तोड़ कर खा जाते हैं।
लकड़बग्घे को यदि किसी मरे हुए जानवर का बदबू उनके नाक तक पहुंचता है तो वह उसे खाने के लिए वहां से तुरंत निकल पड़ते हैं और यह झुंड में उस जानवर को खाने के लिए जुटते हैं और जब तक उससे पूरी तरह से खाकर खत्म नहीं कर देते तब तक यह उस स्थान से और कहीं नहीं जाते।
लकड़बग्घा की वजह से हमारे धरती पर मरे हुए जानवरों की बदबू काफी हद तक कम हो गई है यदि कोई जानवर जंगलों में मर जाता है तो लकड़बग्घे उसको खाकर खत्म कर देते हैं जिस वजह से जंगल में बदबू खत्म हो जाती है।
हमारे देश में यदि आप लकड़बग्घे को देखना चाहते हैं तो उसके लिए आपको चिड़ियाघर में जाना पड़ेगा क्योंकि हमारे भारत के किसी भी जंगल में लकड़बग्घा नहीं पाए जाते लग जाती है अभी अब धीरे-धीरे विलुप्त होने के कगार पर आती जा रही है लेकिन अभी भी लकड़बग्घे का वर्चस्व इस धरती पर बना हुआ है। लकड़बग्घे बहुत ही चालाक होते हैं वह बहुत ही आसानी से किसी भी जानवर को चकमा देकर उसे मार सकते हैं। यह जानवर शेर तक को चकमा देकर उसका भोजन छीन लेता है।
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निष्कर्ष
दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में बताया hyena in hindi। यदि आपको यह विषय पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आप चाहते हैं कि इसी तरह के hyena in hindi अन्य विषय पर भी हम आपको जानकारी दे तो उसके लिए आप हमें कमेंट कर सकते हैं।