नारियल पेड़ के बारे में जानकारी 2021 | Information About Coconut Tree In Hindi

दोस्तों आज मैं आपको इस ब्लॉग में बताने वाला हूं नारियल के पेड़ के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है information about coconut tree in hindi। नारियल पानी और नारियल के बारे में लोगों को तो पता है लेकिन नारियल के वृक्ष के बारे में बहुत कम लोगों को पता है इसीलिए मैं आज इसके बारे में बताऊंगा और साथ ही uses of coconut tree in hindi। और गूगल पर प्रतिदिन इस तरह के सर्च होते हैं जैसे कि coconut tree uses in hindi, coconut tree in hindi।

तो चलिए शुरू करते हैं

नारियल पेड़ के बारे में जानकारी | information about coconut tree in hindi | Uses of coconut tree in hindi

नारियल पेड़ के बारे में जानकारी | Information About Coconut Tree In Hindi

नारियल के बीच हमारे देश में बहुत ज्यादा प्रचलित है क्योंकि हमारे देश में नारियल पानी लोगों को पीना बहुत ज्यादा पसंद आता है लगभग पूरे देश के लोगों ने नारियल के वृक्ष को देखा होगा लेकिन उसके बारे में संपूर्ण जानकारी लोगों के पास इकट्ठा नहीं है क्योंकि कभी लोग उसके बारे में जानने को इच्छुक ही नहीं हुए।

नारियल का वृक्ष बहुत लंबे होते हैं लेकिन उनके आसपास किसी भी तरह की छाया नहीं होती है और ना ही उसकी लकड़ी किसी काम में आती है जब वह वृक्ष सूख जाता है तो वह पूरी तरह से बर्बाद हो जाता है उसका उपयोग किसी भी कार्य में नहीं किया जा सकता।

नारियल का वृक्ष हमारे लिए इतनी ज्यादा महत्वपूर्ण है क्योंकि हमारे हिंदू धर्म के लोगों के सभी कार्यों में नारियल का उपयोग किया जाता है यद्यपि नारियल का वृक्ष नहीं रहेगा तो हमें नारियल नहीं मिलेगा और हम अपना कोई भी शुभ कार्य करने से पहले नारियल का उपयोग नहीं कर पाएंगे।

नारियल का वृक्ष बहुत ही लंबा और पतला होता है इस वजह से उसकी छाया किसी भी प्राणी को नहीं प्राप्त होती। नारियल का वृक्ष 20 से 30 मीटर लंबा होता है और इसमें एक भी शाखाएं नहीं पाई जाती सिर्फ इसके सिरे पर पत्तिया ही होती है जहां पर नारियल का फल लगता है।

नारियल का वृक्ष का जीवनकाल 70 से 80 वर्ष तक होता है अर्थात नारियल का वृक्ष हमारे धरती पर 70 से 80 वर्ष तक जीवित रहते हैं और यह 15 वर्ष के होने के बाद फल देना शुरु कर देते और यह जब तक जीवित रहते हैं तब तक फल देते हैं हमारे देश में लगभग डेढ़ करोड़ नारियल के वृक्ष सिर्फ हमारे केरल राज्य में है।

नारियल के वृक्ष में भी कई प्रकार के प्रजातियां पाई जाती है कुछ प्रजातियां बहुत छोटी होती है लेकिन कुछ बहुत बड़ी उसी तरह से कुछ प्रजातियां बहुत कम समय में फल देना शुरु कर देती हैं लगभग 5 वर्ष के होने तक नारियल का वृक्ष में फल लग जाते हैं एवं कई प्रजातियां 15 वर्ष के आयु तक फल नहीं देते।

नारियल के फल जब पक जाते हैं तब उनको सुखाकर उनका तेल निकाला जाता है और वह नारियल के तेल हम सभी अपने जीवन में प्रत्येक दिन इस्तेमाल करते हैं।

नारियल का वृक्ष हमारे जीवन में बहुत सारा उपयोग है क्योंकि नारियल के वृक्षों से ही जो फल होते हैं वह सभी हम भारत वासियों और मुख्यता हिंदू धर्म के लोगों के लिए बहुत ही उपयोगी है क्योंकि हिंदू धर्म में किसी भी कार्य की शुरुआत करने से पहले नारियल को फोड़ा जाता है क्योंकि यह शुभ माना गया है।

नारियल का वृक्ष उगने वाले फलों का इस्तेमाल हम अपने निजी जीवन के भोजन में भी करते हैं जिस भोजन को बनाने के लिए उसके मसाले में नारियल का उपयोग किया जाता है वह भोजन बहुत ही ज्यादा स्वादिष्ट बनता है।

जब नारियल के फल कच्चे रहते हैं तब उसके पानी को पीने के लिए लोग बहुत ही उत्साहित रहते हैं क्योंकि नारियल का पानी बहुत ज्यादा स्वादिष्ट होता है। और जब यह कच्चे रहते हैं तो इनके अंदर एक सफेद परत होती है जो खाने में मलाई जैसी लगती है।

नारियल का वृक्ष पाम प्रजाति का वृक्ष है इस वजह से यह बहुत ही लंबा होता है और नारियल के वृक्ष का साइंटिफिक नाम कोकस न्यूशीफेरा है।
नारियल का वृक्ष में ज्यादातर समुद्री तट इलाकों में मिलते हैं और नारियल के फलों में बहुत ज्यादा कैल्शियम और प्रोटीन होता है।

नारियल का वृक्ष हमारे भारत में बहुत ही तीव्रता के साथ बढ़ रहे हैं क्योंकि इन वृक्षों की खेती बहुत ही अधिक मात्रा में की जा रही है वर्तमान समय में नारियल के फल का मांग हमारे भारत में बहुत अतिथि के इस वजह से कई स्थानों पर इसके वृक्ष लगाए जा रहे हैं और इनकी खेती की जा रही है।

बहुत ही अधिक मात्रा में नारियल का उत्पाद हमारे केरल में होता है। सबसे ज्यादा नारियल उत्पाद हमारे भारत देश के केरल राज्य में होता है क्योंकि वहां पर जलवायु नारियल के लिए बहुत ही अनुकूल है।

नारियल का उपयोग औषधि के रूप में भी किया जा रहा है हमारे देश में बहुत सारे एस्से रोग हैं जो नारियल के फल से मुख्यतः ठीक हो जाते हैं।

यदि किसी व्यक्ति को ही प्यार का रोग है तो उसे सूखा नारियल खाने के लिए दिया जाता है क्योंकि सूखे नारियल में फाइबर होते हैं जो हमारे हृदय के रोग को ठीक करने में मदद करता है और इससे हमारा हृदय बहुत जल्दी स्वस्थ हो जाता है।

नारियल का फल हमें मोटापे से बचाता है क्योंकि हमारे वैज्ञानिकों द्वारा यह निषेध किया गया है कि यद्यपि हमारे भोजन में प्रतिदिन 15 ग्राम जिनक होगी तो इससे हमारे शरीर में किसी भी प्रकार का मोटापा नहीं आएगा और नारियल के फल में भरपूर मात्रा में जिंक पाया जाता है जिस वजह से हमारा शरीर मोटापे से ग्रसित होने के बजाय स्वस्थ रहता है।

यदि हैजा की बीमारी में किसी मरीज की उल्टियां लगातार हो रही है और वह उल्टियां बंद नहीं हो रही है तो आपको उस मरीज को नारियल पानी पिलाना चाहिए इससे उसकी उल्टी तुरंत बंद हो जाएगी और उसे राहत प्रदान होगी।

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निष्कर्ष

दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में लिखकर बताया information about coconut tree in hindi। यदि आपको यह विषय पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और हमें कमेंट करके भी बताएं और यदि आप चाहते हैं कि हम इसी विषय information about coconut tree in hindi की तरह अन्य विषय पर भी आपको जानकारी दे तो आप उसके लिए भी हमें कमेंट कर सकते हैं।

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