संजय दत्त के बारे में जानकारी 2021 | Sanjay dutt biography in hindi

दोस्तों आज हम आपका इस ब्लॉग में बताने वाले हैं संजय दत्त के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है sanjay dutt biography in hindi । संजय दत्त को हम सभी जानते हैं और उनको देखा भी है लेकिन उनके जीवन शैली एवं कार्यों के बारे में हम सभी को संपूर्ण जानकारी नहीं है जिस वजह से गूगल पर प्रतिदिन इस तरह के होते रहते हैं जैसे कि sanjay dutt wikipedia in hindi , biography of sanjay dutt in hindi इसलिए मैं आपको आज उनके बारे में बताऊंगा।

तो चलिए शुरू करते हैं।

संजय दत्त के बारे में जानकारी | Sanjay dutt biography in hindi | sanjay dutt wikipedia in hindi

INFOGYANS

संजय दत्त का जन्म 29 जुलाई 1959 में भारत देश के महाराष्ट्र राज्य मुंबई शहर में हुआ था उनके पिता का नाम सुनील दत्त तथा तथा उनकी माता का नाम नरगिस था।

व्यक्तिगत जीवन

इनका जन्म तथा उनके माता-पिता का नाम मैंने आपको ऊपर बता दिया इनकी दो बहने थी जिनका नाम प्रिया दत्त और नम्रता दत्त है। संजय दत्त की आरंभिक शिक्षा लारेंस स्कूल सनावर में हुआ। संजय दत्त की मां की मृत्यु 1981 में हुई। संजय दत्त को सन 1982 में अवैध मादक पदार्थों के रखने के आरोप में कारावास की सजा सुनाई गई उन्होंने वहां पर 5 माह तक थे।

जब यह कारावास से बाहर आए तब उसके पश्चात इन्होंने 2 वर्ष के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चले गए और उन्होंने अपना अधिकतर समय टैक्सास रेहाब क्लीनिक मैं व्यतीत किया। तत्पश्चात यह पुनः भारत वापस आए अपने करियर की फिर से ध्यान देने लगे।

संजय दत्त की पहली पत्नी का नाम ऋचा शर्मा था इनके साथ इन्होंने सन 1987 में विवाह किया था लेकिन उनके मस्तिष्क में गांठ होने की वजह से यह 1996 में मर गई इनकी एक बेटी भी है जिनका नाम इन्होंने त्रिशाला रखा उनका जन्म 1988 में हुआ।

संजय दत्त की दूसरी पत्नी का नाम रिया पिलाई है जो एक मॉडल है उनसे उन्होंने सन 1998 में विवाह किया लेकिन सन 2005 तक उन दोनों का तलाक हो गया। उसके पश्चात संजय दत्त ने सन 2008 में मान्यता दत्त से विवाह किया जो इन की तीसरी पत्नी है।
इन दोनों को जुड़वा बच्चे प्राप्त हुए जिनमें एक लड़का और एक लड़की है लड़के का नाम इन्होंने शहरान रखा तथा लड़की का नाम इकरा।

फिल्मी करियर

संजय दत्त ने अपने पिता के द्वारा निर्मित एक फिल्म जिसका नाम रेशमा और शेरा था उनमें उन्होंने बाल कलाकार के रूप में कार्य किया जो सन 1972 में पदार्पण की गई। इसके पश्चात सन 1981 में उन्होंने रॉकी फिल्म में कार्य किया उसके पश्चात संजय दत्त ने सन 1982 में विधाता फिल्म में कार्य किया हुआ फिल्म लोगों को बेहद पसंद आई और सबसे अधिक कमाई करने वाली फिल्म बनी जिसके पश्चात वह एक फिल्मी सितारे बन गए।

सन 1985 में संजय दत्त ने जान की बाजी फिल्म में कार्य किया उसके पश्चात उन्होंने कई सारे फिल्में में कार्य किया और वह सफल रही जैसे कि सन 1983 में मैं आवारा हूं तथा सन् 1976 में जीवा उसी वर्ष मेरा हक नाम की फिल्मों में कार्य किया।

सन 1987 में इनाम दस हजार तथा उसी वर्ष जीते हैं शान से फिल्म में कार्य किए। सन 1988 में इन्होंने मर्दों वाली बात तथा सन 1989 में इलाका कथा हम भी इंसान हैं एवं कानून अपना अपना और ताकतवर फिल्मों में अभिनय किया यह सभी फिल्में बॉक्स ऑफिस पर बहुत ज्यादा प्रचलित रहे और लोगों द्वारा काफी सराहना की गई।

उसके पश्चात यह कई सारे विवादों में उलझ गए लेकिन सन 1999 में इन्होंने अपने फिल्म करियर में वापस लौटे और उन्होंने उसी वर्ष वास्तव फिल्म के लिए पहला फिल्म फेयर पुरस्कार मिला और संजय दत्त की एक सबसे सफल फिल्म लगे रहो मुन्ना भाई सन 2006 के उत्तरार्ध में प्रदर्शित की गई। इस फिल्म के लिए उनको कई सारे पुरस्कार दिए गए तथा उस समय के प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह द्वारा भी उनको पुरस्कार दिया गया।

विवाद

संजय दत्त के ऊपर श्रृंखलाबद्ध बम विस्फोट के आरोप में सन 1993 में कुछ बॉलीवुड के लोगों के साथ आरोप इन पर भी लगाया गया और इन सभी को टाडा नियमों के अनुसार गिरफ्तार कर लिया गया लेकिन उसके पश्चात संजय दत्त को भारतीय उच्च न्यायालय से अक्टूबर उन्नीस सौ 95 में जमानत मिली लेकिन उसकी एक महीने बाद दिसंबर में उन को पुनः गिरफ्तार किया गया। और वह अप्रैल 1997 में पुनः जमानत से मुक्त हुए।

अब्दुल कयूम अब्दुल करीम शेख जो दाऊद इब्राहिम के करीबी सहयोगी माने जाते थे उनको गिरफ्तार किया गया और संजय दत्त ने इस बात को स्वीकार किया कि वह उनसे सन 1992 में दुबई से पिस्तौल लाए थे। 31 जुलाई सन 2007 को संजय दत्त को अवैध हथियार रखने के आरोप में दोषी ठहराया गया लेकिन मुंबई में हुए बम विस्फोट में जो उन पर आरोप लगे थे उनसे उनको बरी कर दिया गया और संजय दत्त को आर्थर जेल में लाया गया और तत्पश्चात पुणे की यरवदा केंद्रीय कारागार मैं उनको भेज दिया क्या और संजय दत्त को अगस्त 2007 में जमानत मिली लेकिन उसके पश्चात अक्टूबर माह में उनको पुनः गिरफ्तार किया गया।

संजय दत्त के अनुरोध पर उनकी सजा को कम करके 5 वर्ष की कर दी गई और संजय दत्त के अच्छे व्यवहार के कारण उनको जेल की अवधि पूरी होने से पहले ही उनको रिहा कर दिया गया।

पुरस्कार

संजय दत्त को कई शायरी इनाम एवं पुरस्कार दिए गए हैं।

  • फिल्म फेयर पुरस्कार

यह पुरस्कार संजय दत्त को सड़क खलनायक वास्तव में मिशन कश्मीर कांटे मुन्ना भाई एमबीबीएस परिणीता तथा लगे रहो मुन्ना भाई के लिए दिया गया।

  • स्टार स्क्रीन पुरस्कार

यह पुरस्कार भी उनको वास्तव कुरुक्षेत्र मिशन कश्मीर मुन्ना भाई एमबीबीएस तथा मुसाफिर फिल्म के लिए दिया गया।

  • अंतरराष्ट्रीय भारतीय फिल्म अकादमी पुरस्कार

यह अवार्ड उनको वास्तव मिशन कश्मीर लगे रहो मुन्ना भाई तथा ऑल द बेस्ट फिल्म के लिए दिया गया।

संजय दत्त को और कई सारे फिल्मी अवॉर्ड दिए गए जैसे ग्लोबल इंडियन फिल्म अवॉर्ड स्टारडस्ट पुरस्कार ज़ी सिने अवॉर्ड बॉलीवुड मूवी अवॉर्ड बंगाल फिल्म पत्रकार संघ पुरस्कार दिए गए।

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निष्कर्ष

दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में बताया sanjay dutt biography in hindi । अगर आपको इनके बारे में जानकर अच्छा लगा हो तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आपका कोई सवाल है तो आप उसे हमने कमेंट में पूछ सकते हैं।

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