सूरजमुखी फूल के बारे में जानकारी 2023 | Sunflower Information In Hindi

दोस्तों आज हम आपको इस ब्लॉग में बताने वाले हैं सूरजमुखी फूल के बारे में अर्थात आज का हमारा विषय है sunflower information in hindi। यह एक ऐसा फूल है जिसके बारे में वर्तमान समय में बहुत कम लोगों को जानकारी है लेकिन गूगल पर प्रतिदिन इस तरह के सर्च होते रहते हैं जैसे कि sunflower flower information in hindi , information about sunflower in hindi इसलिए मैं आज आपको इस विषय पर संपूर्ण जानकारी दूंगा तो चलिए शुरू कर लेते हैं।

सूरजमुखी फूल के बारे में जानकारी | Sunflower Information In Hindi | information about sunflower in hindi

सूरजमुखी फूल के बारे में जानकारी 2021 | Sunflower Information In Hindi

सूरजमुखी का फूल एक फूल है जो सूर्य के उगने से लेकर सूर्य अस्त होने तक उसका मुख सूरज की तरफ होता है अर्थात यदि सूर्य पूर्व की दिशा में तो वह फूल पूर्व की दिशा में खिला रहेगा और यदि सूर्य पश्चिम की दिशा में आ गया है तो सूरजमुखी का फूल पश्चिम दिशा में खिल उठता है इस की यही विशेषता है इस वजह से इसको सूरजमुखी के नाम से जाना जाता है।

वर्तमान समय में सभी वृक्ष सूर्य की तरफ झुक जाता है लेकिन हम उनको अपनी आंखों से नहीं देख पाते परंतु सूरजमुखी के फूल को हम अपनी आंखों से सूर्य की तरफ झुकता हुआ देख सकते हैं।

इस पेड़ की लंबाई 1 मीटर से 5 मीटर तक हो सकती है अर्थात का तना इतना लंबा होता है और इसकी पत्तियां 7 सेंटीमीटर से 30 सेंटीमीटर तक की हो सकती है तेज हवा एवं बरसात के मौसम में यह पेड़ टूट जाते हैं इसलिए इनको सहारा लगाने की आवश्यकता होती है यह फूल वर्ष में एक बार खेलते हैं लेकिन वर्तमान समय में इनकी और भी प्रजातियां हैं जो 1 साल में कई बार खिल जाती हैं बाग में लगाए जाने वाले पौधों में दो तरह की प्रजातियां होती है।

कई लोग बाग बगीचे में इसे इसलिए लगाते हैं क्योंकि इससे बाग बगीचे की शोभा बढ़ती है लेकिन वर्तमान समय में यह एक व्यापार का भी जरिया बन चुका है जिस वजह से लोग सूरजमुखी के पौधे को व्यापार करने के लिए लगाते हैं। किसान अपने खेतों में सूरजमुखी के पौधे को लगाता है और उनसे तैयार होने वाले बीज एवं अन्य सामग्रियां जिनसे उपयोग में लाए जाने वाले खाद्य पदार्थ बनते हैं हम सभी को बाजार में बेच देता है।

अपने सुना होगा सूरजमुखी का तेल यह सूरजमुखी के पौधे से ही बनता है जिस वजह से भरपूर मात्रा में इस पौधे की खपत होती है इसलिए कई व्यापारी सूरजमुखी के पौधे को अपने खेत एवं बगीचों में लगाते हैं ताकि वह उनका व्यापार कर सके और अच्छी मुनाफा कमा सकें।

सूरजमुखी की खेती करने वाले लोगों को यह बात अवश्य ही पता होनी चाहिए कि सूरजमुखी को पूर्णता पढ़ने के लिए पूर्ण सूर्य की आवश्यकता होती है। यह आधी साड़ी घास बहने वाली मिट्टी मैं बहुत ही अच्छी तरीके से बढ़ते हैं।

वाणिज्यिक रोपण अर्थात बीज को बोने के समय डेढ़ मीटर दूरी पर 1 इंच अंदर गहरे में बोया जाता है। सूरजमुखी के पूर्व बीच नाश्ते के रूप में भी उपयोग किए जाते हैं इनको कई स्थानों पर नमक के साथ भुज कर बेचा जाता है और कहीं पर तंदूर में ऐसे ही भून कर बैठते हैं यह एक अच्छे नाश्ते के रूप में भी उपयोग किया जाता है।

सूरजमुखी का बीज कई तरह से उपयोग में लाया जाता है या खाने का तेल वह तेल नकली मक्खन और बायोडीजल के रूप में इस्तेमाल किया जाता है क्योंकि यह सभी जैतून के तेल से सस्ते होते हैं। सूरजमुखी के पीछे तैयारी है सभी तेल जैतून के तेल से सस्ते होते हैं जिस वजह से इनका अधिक से अधिक उपयोग किया जा रहा है और खास करके इनका अधिक उपयोग खाने के तेल के रूप में किया जाता है।

सूरजमुखी अमेरिका का मूल पौधा था अर्थात सबसे पहले या अमेरिका में ही उगाया गया था उसके पश्चात दिया यूरोप भारत एवं अन्य कई ऐसे देशों में भी फैल गया जहां पर उसकी मांग बढ़ गई और सूरजमुखी का इस्तेमाल भारत में सबसे अधिक तेल प्राप्त करने के लिए किया जाता है क्योंकि यह सस्ता और स्वास्थ्य के लिए अच्छा होता है।

सूरजमुखी परमाणु रेडिएशन को बहुत ही तेजी के साथ सोखता है जिस वजह से इसका पौधा उन स्थानों पर अधिक लगाया जाता है जहां पर परमाणु रेडिएशन की मात्रा अधिक होती है क्योंकि यह पृथ्वी से उन सभी रेडिएशन को सोख लेता है।

सूरजमुखी तो हम सभी हिंदी के नाम से जानते हैं लेकिन हम आपको बता दें कि इस का वैज्ञानिक नाम भी है। इसका वैज्ञानिक नाम Helianthus annuus है।

सूरजमुखी का फूल 3500 एवं कभी-कभी 5000 तक प्रति कुंटल के हिसाब से बिकता है अर्थात या इसका रेट है। सूरजमुखी का तेल इसलिए बहुत ज्यादा विख्यात है क्योंकि सूरजमुखी के बीज में विटामिन बी1, बी3, बी6, मैग्निशियम, फॉस्फोरस, प्रोटीन एवं अन्य कई पौष्टिक तत्व पाए जाते हैं जिस वजह से यह तेल बहुत ज्यादा बिकता है और इससे हमारे शरीर का कलश कैलेस्ट्रोल स्तर पर रहता है।

सूरजमुखी के बुवाई फरवरी के माह में की जाती है यदि आप प्रथम सप्ताह में सूरजमुखी के बीज को बोलते हैं तो यह बहुत ही उपयुक्त रहेगा क्योंकि इस समय बोया गया बीज बहुत ही अच्छी तरीके से उगता है और इसे बोलने के लिए 1 इंच नीचे जमीन में और लगभग डेढ़ फीट की दूरी पर भी बोला जा सकता है और कई लोग इसे अपने आवश्यकतानुसार दूरियां कम ज्यादा करते हैं।

सूरजमुखी के बीज को खाने से हमारा शरीर हड्डियां एवं हृदय मजबूत और दुरुस्त रहता है इसमें किसी भी तरह की बीमारी हमें नहीं पकड़ती जिस वजह से लोग सूर्यमुखी के बीज को खाना बहुत पसंद करते हैं और यही एक वजह है जो हमारे भारत देश में सूरजमुखी के पौधे की खपत और उन से बनने वाले सामग्रियों की खपत बहुत तेजी से कर रहा है। आने वाला समय सूर्यमुखी के पौधे के लिए बहुत ही उपयोगी होगा क्योंकि इसकी मांग भारत के बाजारों में प्रतिदिन बढ़ती जा रही है।

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निष्कर्ष

दोस्तों अभी हमने आपको इस ब्लॉग में लिखकर बताया sunflower information in hindi। अगर आपको यह पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और यदि आप किसी अन्य विषय पर जानकारी चाहते हैं तो उसके लिए कमेंट कर सकते हैं और अगर आपका कोई सवाल है तो आप वह भी हमसे पूछ सकते हैं।

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