हंस के बारे में जानकारी 2021 | Swan Bird Information In Hindi

दोस्तो आज मैं आप को बताऊंगा हंस के बारे में अर्थात swan bird information in hindi language। हंस के बारे में हमारे देश में बहुत कम लोगो को पता है इसलिए मैं आप को इसके बारे में जानकारी दूंगा। information about swan in hindi ऐसा सर्च करने पे हमे जानकारी मिल तो जाती है लेकिन पूरी तरह नही मिलती है। मैं भी इस विषय पर बहुत खोज की लेकिन पूर्ण जानकारी नहीं प्राप्त हो सकी इसलिए मैं कोशिश करूंगा कि मैं आपको इस विषय swan information in hindi की पूरी जानकारी दूंगा ताकि आपको इसके बारे में पूरी जानकारी मिल जाए

तो चलिए शुरू करते हैं

हंस के बारे में जानकारी | swan bird information in hindi language

हंस के बारे में जानकारी 2021 | swan bird information in hindi

हंस एक ऐसा प्राणी है जिसे देखना हर व्यक्ति को पसंद करता है क्योंकि इसका रंग सभी को बेहद पसंद आता है।

हंस उन सभी प्राणी में से एक है जो पानी पर तैरते हैं इसीलिए आपको हंस पानी में अधिक मिलेंगे इन प्राणियों को जलचर प्राणी भी कहा जाता है। हंस दिखने में बेहद सुंदर होता है यह सब जेल में तैरता रहता है तब इसकी सुंदरता और भी अधिक बढ़ जाती है।

हंस के पास एक ऐसा गुन होता है जो दूध और पानी को अलग अलग कर सकते हैं जिसे हम नेरचीन अलग कर देना कहते हैं।

हंस की प्रजाति में 7 तरह की प्रजाति होती है। एशिया यूरोप अमेरिका ऑस्ट्रेलिया महाद्वीप में हंस की प्रजातियां पाई जाती हैं हमारे भारतवर्ष में भी हंस की प्रजाति मिलती है लेकिन अफ्रीका एक ऐसा महाद्वीप है जहां पर हंस की प्रजाति नहीं पाई जाती।

यह उन प्राणियों में से है जो शर्मीले होते हैं क्योंकि हंस भी बहुत शर्मिला होता है यह शांति प्रिय प्राणी है यह शांति से पानी में तैरने के सिवा अन्य किसी प्राणी को तंग नहीं करता अर्थात परेशान नहीं करता।

हंस का रंग दो तरह का होता है एक काला और दूसरा सफेद हमें काले रंग का हंस देखने को बहुत कम मिलते हैं क्योंकि यह प्रजाति पूरे विश्व में बहुत ही कम है लेकिन सफेद रंग के हंस में आमतौर पर देखने मिल जाते हैं यह हमारे भारत देश में भी मौजूद हैं लेकिन काले रंग का हंस से यहां पर मौजूद नहीं है अमेरिका में काले रंग की गर्दन वाले हंस मिलते हैं।

हंस का मुख्य भोजन जल में उगने वाले पौधे अर्थात जलीय पौधे होते हैं। और साथ ही यह छोटी मछलियां कीड़े मकोड़े और फल के बीजों को भी खा कर अपना जीवन गुजारता है।

कई स्थानों पर हंस को देखने के लिए बाहर से भी लोग आते हैं। क्योंकि हम से जब झुंड में एक साथ रहते हैं तब उनको देखना बहुत ही ज्यादा अच्छा लगता है इसलिए बाहर से भी लोग आते हैं हंस को देखने के लिए।

हंस का शरीर लगभग डेढ़ मीटर लंबा होता है और इसकी गर्दन सुराही दार और लंबी होती है। और हंस का वजन लगभग 12 किलोग्राम का होता है लेकिन नर और मादा इन दोनों का वजन अलग अलग होता है। नर हंस का वजन मादा हंस से अत्यधिक होता है।

हंस के मुंह में दांत नहीं पाए जाते क्योंकि इसका मुंह बहुत ही ज्यादा छोटा होता है। किसी भी अन्य प्राणी को किसी भी तरह का नुकसान नहीं पहुंचाते लेकिन यद्यपि कोई इनकी झुंड पर आक्रमण करें तब यह उनको काट सकते हैं।

इनका पैर भी बतख जैसे झिल्लीदार होता है जिस वजह से यह बहुत ही आसानी से पानी में तैर पाते हैं। ज्यादातर पानी में ही पाए जाते हैं बाहर यह बहुत कम निकलते हैं।

यदि हम हंस के सामने दूध एवं पानी मिक्स करके एक में रख दें तब हंस उसमें से सिर्फ दूध को पिएगा और पानी को पूरी तरह से छोड़ देगा।

हंस के अंदर एक ऐसा गुन होता है कि वह पानी में तैरते हुए भी सो सकते हैं। यद्यपि यह पानी में करते हुए भी सो जाए तो इनको इस बात से किसी भी तरह की समस्या उत्पन्न नहीं होती। यह बहुत ही आसानी से पानी पर तैरते तैरते सो सकते हैं।

हंस के शरीर पर कुल मिलाकर 25,000 पंख होते हैं इसलिए यह सबसे बड़े प्राणी में से एक है जो हवा में उड़ सकते हैं इतना बड़ा पक्षी आसमान में उड़ पाना मुश्किल है लेकिन हंस के लिए यह कुछ मुश्किल कार्य नहीं है वह बहुत ही आसानी से आसमान में उड़ सकता है और पानी में तैर सकता है।

क्या आपको यह बात पता है कि जोड़े का हंस प्यार का प्रतीक माना जाता है क्योंकि यह अपने पार्टनर को बेहद प्यार करते हैं और पूरी जिंदगी जब तक यह जीवित रहते हैं एक दूसरे के साथ देने की कोशिश करते हैं और यह कभी भी नहीं चाहते कि वह एक दूसरे से अलग हो। आपने कभी ना कभी तो यह बात अवश्य ही सुना होगा कि यह दोनों हंस के जोड़े लग रहे हैं। इसका मतलब यही होता है कि वह लोग बहुत ज्यादा प्यारे लग रहे हैं एक दूसरे के साथ में।

एक ऐसा प्राणी है जो बहुत ही कम उम्र में प्रजनन करना शुरू कर देता है अर्थात इनकी उम्र जब लगभग 3 से 4 वर्ष की होती है तब ही प्रजनन करना शुरू कर देते हैं।

हंस एक बार में 3 से 9 अंडे दे सकते हैं और उन अंडों को पालने के लिए इनको 35 से 45 दिन का समय लग जाता है उसके पश्चात उसमे से बच्चा बाहर निकलता है।

हंस को हमें रोटी नहीं खिलाना चाहिए क्योंकि इससे हुआ उनके शरीर को नुकसान पहुंचाता है अर्थात हमेशा कह सकते हैं कि यह उनके पाचन शक्ति के लिए बहुत हानिकारक होता है। बाकी आप हंस को फल में किसी भी तरह पर फल खिला सकते हैं।

वैसे तो यह बहुत ही शांति प्रिय प्राणी होते हैं लेकिन जब कोई प्राणी इनके अंडे या इनके शिशुओं पर हमला करने की कोशिश करता है या उनको किसी भी तरह का नुकसान पहुंचाने की कोशिश करता है तो यह बहुत ही क्रोधित हो जाते हैं और तुरंत ही आक्रमण कर देते हैं।

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निष्कर्ष

दस्ता भी हमने आपको इस ब्लॉग में लिखकर बताया swan bird information in hindi language। अगर आपकी अभी से पसंद आया हो तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ भी साझा करें और अगर आप चाहते हैं कि हम इसी तरह के विषय swan bird information in hindi language की तरह अन्य विषय पर भी जानकारी दे तो उसके लिए हमें कमेंट करें।

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